परिस्थितियां हमें मजबूत बनाती हैं !
पर कभी-कभी मजबूर भी करती हैं !!
ज़िन्दगी सफर में खुद से, रूबरू कराती रही मुझे !
है सफर ही ज़िन्दगी, बस बताती रही मुझे !!
जो मिल गया मुझे, वो भी मेरा नहीं !
बस इसी बात का अहसास, कराती रही मुझे !!
रास्ते कहाँ ख़त्म होते हैं, जिंदगी के सफर में !
मंजिले तो वही हैं, जहाँ ख्वाहिशें थम जाएं !!
जहाँ एक निराशावादी व्यक्ति किसी भी, कार्य मे उसका दुष्परिणाम ढूंढ लेता है ! वही एक आशावादी व्यक्ति हर एक, कठिन कार्य मे भी अवसर ढूंढ लेता है !!
जीवन में बुराई अवश्य हो सकती हैं,
No comments:
Post a Comment